हम बात कर रहे हैं भारत की सबसे प्रतीक्षित श्रृंखला ‘Panchayat Season 3 Movie Story Review in Hindi‘ की, जिसका दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था। दो साल पहले, साल 2022 में, हमारी सबकी पसंदीदा टीवी श्रृंखला ‘पंचायत’ का दूसरा सीजन आया था, और आज, दो साल बाद भी, दर्शकों का इस श्रृंखला के प्रति प्यार कम नहीं हुआ है। ‘पंचायत’ सीजन 2 जाते-जाते दर्शकों को एक अनसुलझी सी कहानी पर छोड़ गया था

और लोगों की आंखें नम कर गया था। लेकिन सीजन 3 में वापस से उस कहानी को पूरा किया जाएगा और ग़म खुशी के फुहारों में बदल जाएंगे क्योंकि यह सीजन बहुत ही हास्यप्रद है और इसकी कहानी पूरी तरह से सीजन 2 से जुड़ी हुई है। तो चलिए बात करते हैं ‘पंचायत’ सीजन 3 के रिव्यू के बारे में, आखिर इस बार कहानी में क्या बदलाव हैं।

Panchayat Season 3 Movie Story Review in Hindi – पंचायत’ सीजन 3 की कहानी का रिव्यू:

अगर हम Panchayat Season 3 Movie Story Review in Hindi की बात करें तो, ‘पंचायत 2’ के खत्म होते वक्त विधायक और प्रधान जी के बीच एक झगड़ा शुरू हो गया था और सचिव अभिषेक त्रिपाठी लगभग अपनी नौकरी खो चुके होते हैं। विधायक, प्रधान जी, मंजू देवी और फुलेरा के सभी गांववासियों को बहुत ज्यादा परेशान करता है। सीजन 3 की शुरुआत में हमें दिखाया गया है कि सचिव अभिषेक त्रिपाठी गांव में हुई दुर्ब्यवहार के बाद अब शहर में रहने के लिए आ गए हैं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं। वहीं, वे फुलेरा गांव की खबर भी रखते हैं।

फुलेरा गांव में दिखाया गया है कि प्रधान और मंजू देवी नए सचिव के स्वागत के लिए तैयारी कर रहे हैं, लेकिन फिर मंजू देवी सचिव अभिषेक त्रिपाठी का ट्रांसफर रुकवा देती हैं और सचिव अभिषेक त्रिपाठी वापस फुलेरा गांव आ जाते हैं।प्रह्लाद की हालत इस सीजन में थोड़ी दुखद दिखाई गई है। वे बेटे के ग़म में अब शराब के नशे में डूब गए हैं, उन्हें अब किसी से कोई लेना-देना नहीं है और उनकी हालत बहुत ही खराब हो गई है। वहीं रिंकी को सचिव अभिषेक त्रिपाठी जी से प्यार हो गया है और यह बात बनराकस को समझ आ जाती है, इसलिए वह रिंकी पर नजरें गड़ाए बैठा है

ताकि उसे सचिव जी और रिंकी के प्यार की कोई खबर मिले और वह और विधायक मिलकर उस खबर में मिर्च-मसाला लगाकर लोगों के सामने पेश करें और उनकी इज्जत की धज्जियां उड़ा दें। वहीं बनराकस विधायक का खबरी बन गया है। वह गांव वालों और प्रधान जी की सारी बातें विधायक को जाकर बताता है। उसके मन में सत्ता को लेकर लालच आ गया है। वह खुद प्रधान बनना चाहता है। वह भी चुनाव में खड़ा होता है और विधायक का उसे पूरा समर्थन भी मिलता है।

इस सीजन में मस्ती, कॉमेडी, ड्रामा और भावनाओं के साथ-साथ बहुत सारी राजनीति भी दिखाई गई है और बहुत सारे एक्शन और ट्विस्ट भी दिखाए गए हैं। यह सीजन बहुत ही जबरदस्त है। मेकर्स ने बड़े ही बखूबी से सीजन 2 को सीजन 3 से कनेक्ट किया है और बहुत ही अच्छी कहानी वापस से लाई है, जो हमें बिल्कुल भी बोर नहीं करने वाली है। इस कहानी में एक नयापन है, लेकिन फिर भी दर्शक इससे खुद को कनेक्ट कर पाएंगे।

Panchayat Season 3 Actors Performance – कलाकारों की अभिनय की समीक्षा:

अगर हम सारे Panchayat Season 3 Actors Performance की बात करें तो शुरुआत करते हैं जितेंद्र कुमार से, उन्होंने पहले सीजन से ही सचिव के किरदार को बहुत ही बखूबी निभाया है। इस बार भी उन्होंने अपने किरदार को बहुत ही अच्छे से निभाया है। वहीं, प्रधान जी और मंजू देवी का किरदार निभा रहे रघुवीर यादव और नीना गुप्ता की एक्टिंग भी बहुत ही शानदार है। खासकर उनके और प्रधान जी के बीच जो एक नोकझोंक का अंदाज है,

वह बहुत ही हास्यप्रद है। प्रह्लाद इस सीजन में थोड़ा इमोशनल कैरेक्टर प्ले करेंगे, जो हमें थोड़ा सा इमोशनल कर देंगे। वहीं, बनराकस का रोल निभाने वाले दुर्गेश कुमार ने भी नेगेटिव किरदार को बहुत ही अच्छे से निभाया है और रिंकी का रोल निभाने वाली एक्ट्रेस ने भी शानदार अभिनय किया है। मिलाजुलाकर सभी कलाकारों ने बहुत ही अच्छा अभिनय किया है।

Leave a Comment